संतोष कुमार राय 'बटोही'
घरक चौकैठ (कथा)
ई नीक कहल जा सकैए या खराब से तँ बादक गप छियैय, परञ्च जनानी केँ घरक दहलीज
नांघक चाही ? ई एकटा प्रश्न अछि। हम अई प्रश्नक उत्तर खोजि रहल छी। गप ई
छियै जे हमरा ससुराल सँ एकटा बारह-तेरह सालक बचिया जे हमरा सैर लगतीह मायक
डर सँ घर सँ बाध दिस भगलीह। हुनकर माय हुनका पीछा सेहो छलीह। ओ भागैत भागैत
नहर पार करैत छपराढी कुँआढ दिस आबि गेलीह। हुनकर माय देखलकिहिन जे ओ नहर
पार क गेलीह तँ ओ ई भरोस पर पीछा करनै छोडि देलथिन्ह जे घर वापिस आबि जेतीह
मनिषा। सांझ भ गेल छल। अनहार सेहो भ गेलै। मनिषा घर वापिस नहि भेलीह। ओ
छपराढी मे कतौ भरि राति रैह गेलीह। रविवारक दिवस छेलैक। हम छुट्टी पर
छलहुँ। सोमवार केँ इस्कूल गेलहुँ। हमरा किछु नहि जानकारी छल जे ओ छपराढी मे
छथि। डेरा पर एलाह बाद रुणा कहलीह जे मनीषा केँ देखलियै ।
हम उत्तर देलियै नहि।
आब ओ सभटा खिस्सा कहअ लगलीह। सोमवार केँ हुनकर माय दुल्लीपट्टी, शीलानाथ,
कुँआढ सेलीबेली, ट्रेनिंग चौक नरार, नरार कोठी चौक, महुआ आदि जगह मनीषा केँ
खोजि लेलथिन्ह। मनीषा कतौ नज़र नहि पडलीह। छपराढी मे जत ओ राति मे रुकल
छलीह। ओई घरक आदमी कहलकैन्ह ओकरा ट्रेनिंग चौक पर छोडि ऐलीयै। बस मे ओकरा
बैठा देलियै। ओ कहलक जे कलुआही जायब। रुणा केँ माय बारंबार फोन करअ लगलीह
जे मनीषा तोरा लग छौ। ओकरा बुझल छै जे जीजा छपराढी मे माहटर छथि। मंगलवार
केँ हम सी एल मे छलहुँ । आब ई मामला जनानी ए तक नहि रहलै। मर्द केँ सेहो
कहल गेलै। मुन्नीदेव सिंह आओर हुनकर भा ई सेहो अइ मामला मे शामिल भेलाह
अछि। जयनगर थाना मे सिन्हा लिखौल गेल आओर सभ तरि खोजने शुरु भेल। बिरौल,
खजौली, कलुआही , बरदेपुर, फेर सँ छपराढी, कुँआर, शिलानाथ, दुल्लीपट्टी,
सेलीब्रेट, ट्रेनिंग चौक नरार, कोठी चौक नरार, महुआ, हरियाली, गोराई,
जयनगर, लक्ष्मीनगर, राजनगर, मधुबनी। परञ्च मनीषा केँ कतौ खोजखबर नहि।
माय केँ आओर परिवारक लोकनि, अरोसिया परोसिया, समाज , गामक लोकनि केँ की
हालत होयतै से तँ कहल नहि जा सकैए। लडकी की घर सँ निकलला केँ बाद कतेक
सुरक्षित रहैत छै से तँ हम अहाँ जानते छी। ओही दिन सँ हमरा ठीक सँ निम्न
नहि भेल । बुधवार केँ हम इस्कूल गेलहुँ विद्यार्थी सभ सँ पुछलियै, शिक्षक
सभ केँ बीच मनीषा लक गप केलियै।परञ्च कतौ कुनो खबर नहि।
पता लागल जे घर सँ भागलाह सँ पहिने मनीषा जहर सेहो खाने छलीह। अस्पताल मे
बड रुपया खर्चा भेलै ओकरा बचाबै मे। ओ बैच गेलीह। ओही सँ पहिने हुनकर बहिनक
बियाहक कर्जा सभ हेबे करै। आब प्रश्न ई उठैत छै जे बारह तेरह बरखक बचाय
माहुर क्या खेने रहै। ओ किया फिरिशान भेल रही। कोरहिया हॉल्ट पर कतेक लोकनि
किनको टेंशन भेला पर ट्रेन सँ कटि केँ मरि जायत अछि। ई घटना कोरहिया मे
होयत रहैत छै। ककरो कंठ दबा केँ मारि दैत छै, ककरो आगि लगा क मारि दैत छै।
लफंगा छौरा सभ गुमती पर भांग गाजा, दारू पीबि क मोटर सा इकिल सँ स्टंट करैत
रहैत छै। किछु छौरा छिना झपटा सेहो करैत अछि। देसी कटा सेहो रखैत अछि।
नेपाल सँ दारु सप्लाई होयत छै। शिक्षा केँ स्तर निम्न छै। पारिवारिक बनावट
ठीक नहि छै। छोरा छोटी वाला कांड होयते रहैत छै। किछु छौरा कतेक बेर जेल
जाक आबि गेल अछि।
मनीषा दिमागी रूप सँ सही नहि कहल जा सकै ए किया तँ ओ यदि सही रहतीह तँ घरक
दहलीज सँ बाहर नहि भगतीह। मायक डर सँ लोक घर सँ थोडे भागि जायत छै। रुचि
गेल , मायक मारि-गारि आशीर्वाद होयत छै। जनानी लेल घर सँ बाहर सुरक्षा नहि
छै। बाहर नोचि क खाय वाला सभ बैसल छै। ई तँ हुनकर माय बालक धर्म बुझियौ जे
ओ मधुबनी सँ सही सलामत बरामद भ गेलीह। ट्रेनिंग चौक पर जै बस मे चढल रहै
संयोग जे एकटा नीक जनानी भेंट भ गेलीह मनीषा केँ। बारह तेरह बरखक असगरे
लडकी के देखि क जनानी बुझि गेलीह जे ओ घर सँ निकले गेल छै। ओ अपना संगे
समस्तीपुर ओकरा नेने गेलीह। ओ तँ पटना जेबाक गप क रहल छलीह, परञ्च ओ जनानी
बलजोरी ओकरा अपने संग ल गेलीह। फेर नीरा सँ मधुबनी नेने एलीट मनीषा केँ।
घरक लोकक फिरिशान समझिए क॓ ओ मनीषा सँ घरक फोन नंबर लेलीह। ओ जनानी फोन पर
मनीषा केँ माय केँ सभ गप कहलथिन्ह। मनीषा सँ सेहो गप करा देलथिन्ह। मनीषा
घर आबि गेलीह।
-संतोष कुमार राय 'बटोही' ,
ग्राम - मंगरौना, पोस्ट - गोनौली, भाया - अंधराठाढ़ी, जिला - मधुबनी, बिहार-८४७४०१
मोबाईल नं॰ 6204644978;
सम्प्रति - शिक्षक।
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