कुमार मनोज कश्यप
पेट-बोनिया
- "अबै जाई जाह ... अबै जाई जाह! एम्हरे बीच मे .... कुर्सी सभ खालिये छै। बैसs सब।" व्यवस्थापक सभ मजूर सभ के हाँकि-हाँकि कs पंडाल के भीतर बैसेबाक यत्न करै लगलई।
- "नईं यौ सरकार ... हमरा आउर पेट-बोनिया छी। काज ताकs लेबर चौक जाई छली तs एहन पैघ दीव टेंट देखते रहि गेली। अतs बैसने की पेट भरत?" मेट के कहब के सभ मजूर मुड़ी हिला कs मौन स्वीकृति देलकै।
- "धुर्र मर्दे! केहन बात करै छह!! पेट कियै ने भरतs? भरी पेट पूरी-तरकारी कचरि कs खईहs ... देखै नै छहक ओम्हर हलुआई लागल! आ बालो-बच्चा के खेबा-खर्चा लै तीन सय टाका जेबा काल नगदी भेटतs। आब कहs?!! अबै जाह एम्हरे।"
सभ आपस मे एक दोसरा के आँखि मे तकलक आ क्षणे मे पूरा पंडाल खचाखच भरल छलै ... ठाढ़ो हेबाक जगह नहिं!
-सम्प्रति: भारत सरकार के उप-सचिव, संपर्क: सी-11, टावर-4, टाइप-5, किदवई नगर पूर्व (दिल्ली हाट के सामने), नई दिल्ली-110023, # 9810811850 ईमेल: writetokmanoj@gmail.com
अपन मंतव्य editorial.staff.videha@gmail.com पर पठाउ।