प्रथम मैथिली पाक्षिक ई पत्रिका

विदेह नूतन अंक
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प्रमोद झा ' गोकुल'
परोसिन


ओह!एतेक पैघ गलती आखिर हम क' कोना गेलियै आ सेहो बेर बेर एक्के तरहक? मतलब साफ छै जे कोनो तरहक अधलाह बात के मनक मैदान पर कबड्डी नै खेलाय दियै,जँ बेर बेर एक्केटा बात के मोन घोखतै ते ओ नीको लोक के अपराधी अपराधी बनाइये देतै ।सएह त' भेलै राम बरन के !
ओकरा सनक नीक लोक कोना आइ अनहार घर मे एकदम सकदम भेल बेचारा बनल बैसल छै ।मुसो खरबड़ाइ छै ते चारू भाग भाग चौंकि के ताकय लगैत अछि कहुँ परोसिनक घर बला लाठी सोटा सं ने आबि रहल हो ।तखन की कहतै लोक आ समाज? ऐ उमेर मे डेग हूसब कहुँ नीक बात छियै !भैर घर जकरा नैत पोता रहतै तकर एहन किरदानी ।छिः छिः •••मोन घिना उठलै राम बरनक ।
आँखि मिचौवलि ओना छौ महिना सँ भय रहल छलै परोसिनक संग मुदा एतेक दूर धरि बात पहुँच जेतै से नै बुझैत छल ,हँ एतवा धैर अवस्स जे परोसिनक छवि ओकर मन मे तेना के ने रसि बसि गेल छलै जे चाहियोके नै निकालि पौलक मन से ओकरा ।नयन मटक्की चलैत चलैत एक दिन दहीक जोड़न लै ले परोसिन ओकर आङन एलै आ ककरो नै देखि जोर सँ हाक मारलकै- काकी छथीन कतौ यै•••!!!एतबा सुनिते राम बरन धरफरा के घर से बाहर निकलल ।परोसिन के आङन मे ठाढ़ि देखि धखमखैत बाजल- कोनो काम छैन! ओते धीया पुता जड़े कतौ गेलैहे ।परोसिन फुसफुसाके बाजलि- तखन जाइ छी!
-एह!एहनो कतौ भेलैये ,बाजथुने कोन काम छैन ?
-दही पौड़ैले जोड़नक काम छलैहे !
-बस्स एतबे! आबौथ ने घर, जोड़नक सं हिनको जुड़ा दै छियैन!
-गै माय!बुढ़बा ते सनैक गेलैहे!दुलकी खिलखिलाहैट मे बाजलि परोसिन ।
-हिनकर रूपे तेहने छैन जे मुइलो लोक सनैक जेतै आ हम ते•••••आबौथ, जे हेतै से हेतै ।फेनो ई मौका भेटतैन कि नै।एतबा कहैत राम बरन परोसिन के अपन बाँहि मे जकैर लेलक आ फेर ओकर बाद •••••अस्तम व्यस्त भेल दुनू एमहर ओमहर तकैत बाहर निकलल ।जेब सँ पच सौवा नोट परोसिनक हाथ मे थम्हबैत बाजल- जाथु जल्दी से ई !बेस, फेनो ई जहन इसारा करता तहन आबि जेबैन !
-ठीक छै, मुदा ई जाथु एखन जल्दी से !
-अच्छे जाइ छियैन !बिकट हँसी हँसैत परोसिन रामबरनक आंगन सँ बाहर भय गेलि ।
परोसिन ते चल गेलै मुदा राम बरनक सगर देह मे पछताबाक जे आगि लगलै से बाल्टीक बाल्टी पानियों ढारलाक बाद नै मिझेलै ।भरल पूरल घर बला कहूँ एहन करम करय! नै आब किन्नौ नै हम एहन कुकरम करब आ ने एहन कुविचार कहियो मोन मे आबय देब ।ककरो भनक लैग जेतै ते की कहत हमरा ?मूहों देखबै जोकरक नै रहब!
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- प्रमोद झा ' गोकुल'; दीप, मधुवनी (विहार); फोन-9871779851

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