प्रथम मैथिली पाक्षिक ई पत्रिका

विदेह नूतन अंक
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१३.डा. धनाकर ठाकुर -त्रिवेणी

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डा. धनाकर ठाकुर-संपर्क-9430141788

त्रिवेणी

हितनाथ झाक संपादकत्वमे छपल "त्रिवेणी" मे मैथिली, हिंदी-उर्दू,बंगलाक साहित्यिकारक परिचय त्रिवेणी भेटत जाहि साहित्यनदमे गोता लगेबाक किनकहुँ मोन हैत। ओना सभ साहित्यकार सम्मानित भेल छथि त्रिवेणीकांत ठाकुर साहित्य सम्मानसँ जाहि मे सम्मिलित छथि मैथिलीक कुमार मनीष अरविन्द, विद्यानाथ झा 'विदित', 2020मे स्वर्गीय भेल पंचानन मिश्र, अपन सरस गीत रचना मंच गायन लेल प्रसिद्ध सियाराम झा 'सरस', मैथिली मे महाभारत लिखनिहार बुद्थिनाथ झा,; हिन्दी शिवदयाल, सिंह 'शिवदीप', शम्भू बादल, भारत यायावर; बंगलाक अमलसेन गुप्त, अजित कुमार बनर्जीक स़गहि उर्दूक अब्दुल अलीम मुशीरुल होला "अली मुनीर", आओर फरहत हुसैन खुशदिल।

देखल जाय हिन्दी उर्दू लिप्यांतरसँ एकहि भाषा, तें हम त्रिवेणी कहलहुँ, चाहू ' साहित्यिक "चौबटिया" सेहो नाम राखल जा सकैत छल वा आगाँ समस्त भारतीय भाषाक अन्त:सलिला सरस्वतीवत संस्कृत एहि कोटिमे आबय से हम कामना करैत छी।

पोथीक प्रारंभमे झारखण्डक मैथिली संगठनक चर्चा सेहो अति एकर प्रारंभ अन्तरराष्ट्रीय मैथिली परिषद् सँ होइत अछि, 1993 मे राँचीसँ प्रथम सम्मेलन प्रारम्भ भय 2020 धरि एकर 32 सम्मेलन भय चुकल अछि( झारखण्ड मे 2000मे जमशेदपुरमे सातम, 2003मे धनबादमे दशम, 2013मे देवघरमे 26 आओर फेर 2018मे राँचीमे तीसम अन्तरराष्ट्रीय मैथिली सम्मेलन भेल आओर 2008 एवं 2013 मे मिथिला महोत्सवक अतिरिक्त सात टा प्रान्तीय सम्मेलन भेल- 2003मे देवघर, 2004मे बोकारो, 2006मे जमशेदपुर, 2010मे बोकारो आओर जमशेदपुर, 2013मे सिन्दरी आओर 2016मे बोकारो) सांगठनिक दबाब, धरना प्रदर्शन आदि चलते मैथिलीके भाजपाक झारखण्ड सरकार दोसर राजभाषा बनौलक। आठम अनूसूचीमे मैथिलीके अनबामे झारखण्डक योगदानक जहिया सत्य आकलन होयत अन्तरराष्ट्रीय मैथिली परिषदक काज  झारखण्डमे धुरी बनि भेटत।

अंक संग्रहणीय अति विशेषतः मैथिली महाभारतक विषय सूची एहि महान कार्यक संकेतक अछि। समस्त त्रिवेणी सम्मानित साहित्यकारक रचनाक विहंगम दृश्य बतबैत अछि जे हुनका सभकें साहित्यिक कसौटी पर नीक जकाँ कसि सम्मानित कयल गेल।

हजारीबाग शहरक साहित्यिक गाथा लेल पोथी सदैव याद कयल जाएत जे आनहुँ शहर लेल प्रेरक होयत जकर सोच कोइलख ग्रामगाथा लिखनिहार एकर संपादक हितनाथ झाक उच्चतर सृष्टि कहायत।

(फेसबुकसँ साभार)

 

 

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